22 दिसंबर 2009

कारवाँ-ए-अमन यात्रा (अयोध्या से अजमेर) : एक रिपोर्ट

युगलकिशोर शरण शास्त्री

साम्प्रदायिक,सद्भाव, इन्सानियत को बढावा देने एवं समाज में परिव्याप्त छुआ छूत के उन्मूलन हेतु युगलकिशोर शरण शास्त्री के नेतृत्व में अयेाध्या से अजमेर तक कारवाँ-ए-अमन यात्रा निकाली गयी। 06 दिसम्बर को लखनऊ में कारवाॅं के स्वागत में आयोजित विभिन्न सद्भाव कार्यक्रम में कारवाॅं के लोगों ने हिस्सा लिया। यह कारवाॅं-ए-अमन के आयोजक आषापरिवार, सी.एस.एस.एस. मुम्बई ,अयोध्या की आवाज एवं विश्वयुवा सद्भावना परिषद था जिसके मुखिया क्रमशः मैग्सैसे पुरस्कारलब्ध संदीप, राईट लवली हुड (वैकल्पिक नोबेल पुरस्कार) से सम्मानित असगर अली इंजीनियर,वरिष्ठ साम्प्रदायिकता विरोधी कार्यकत्र्ता युगलकिशोर शरण शास्त्री एवं गाॅंधी वादी कार्यकत्र्ता शेषनाथ दूबे थे। कारवों में कुल 28 सामाजिक कार्यकत्र्ता षामिल थे। जिनमें लगभग आधा हिन्दू और आधे मुस्लिम तथा आधी संख्या पुरुष तथा आधी संख्या महिलाअेां की थी।
कारवाॅं -ए-अमन के स्वागत में 06 दिसम्बर 2009 को आल इण्डिया मुस्लिम मोर्चा द्वारा उत्तर प्रदेश प्रेस क्लब लखनऊ में सद्भाव संगोष्ठी का आयोजन किया गया था। जिसमें बडी संख्या में लखनऊ के प्रबुद्ध नागरिक थे। संगोष्ठी की अध्यक्षता एम.ए.सिद्दीकी ने किया था। गोश्ठी के मुख्य अतिथि युगलकिशोर शरण शास्त्री ने कारवाॅं -ए-अमन के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि धर्मनिरपेक्षता के कारण ही यह देश अखंडित है जिस दिन धर्मनिरपेक्षता खत्म हो जावेगी उस दिन यह देश टुकड़ो में बंट जायेेगा। अतः धर्म निरपेक्षता ही अध्यात्मवाद है। इसे मजबूत करने की जरूरत है। एम.ए.सिद्दीकी ने कहा कि जनता अब जागरूक हो चुकी है। अब हिन्दू मुस्लिम कार्ड नहीं चलेगा। सरदार गुरमीत सिंह ने कहा कि सद्भावना ही धर्म है और यही श्रेष्ठ कार्य है। इस संगोष्ठी को डाॅ.मुइमद्दी,वशीम सिद्दीकी, अरविन्द मूर्ति आदि कई लोगों ने सम्बोधित किया। यूनाइटेड मुस्लिम मोर्चा द्वारा ही सायं 4 बजे प्रेस क्लब से शहीद स्मारक तक कैन्डिल मार्च किया गया। जिसमें कारवाॅं -ए-अमन के कार्यकत्र्ताओं के अलावा भी सैकडों लोग शामिल थे। शहीद स्मारक पर मोमबत्ती जलाने के बाद सद्भाव के लिए शपथ दिलायी गयी। कैण्डिल मार्च कार्यक्रम के पश्चात कारवाॅं के सभी कार्यकत्र्ताओं के स्वागत मंे साम्प्रदायिक सद्भाव के लिए भारत प्रसिद्धकलाकार गजल श्री निवास का कार्यक्रम रखा गया था। यह कार्यक्रम देर रात्रि तक चला।
07 दिसम्बर 09 को कारवाॅं -ए-अमन सद्भाव पर आधारित पुस्तिका का वितरण करते हुए कानपुर पहुॅंचा जहाॅं पर चित्रांश परिवार समिति , नेशनल मुस्लिम लीग, एवं सिक्खों ने गुलाब पुष्प की माला पहनाकर एवं पुष्पों की वर्षा कर जोरदार ढंग से स्वागत किया। कानपुर शहर से लेकर देहात तक तमाम स्थलों पर स्वागत किये गये तथा गोष्ठियाँ की गयी। यहाँ पर इन्सान का इन्सान से हो भाई चारा,यही पैगाम हमारा , गीत के साथ शहर में मार्च किया गया तथा पुस्तकें वितरित की गयी। उस दिन पूरा कानपुर शहर अमनमय हो चुका था। तमाम लोेग यह कहने लगे थे कि अमन ही इसदेश का अंतिम विकल्प है। मुस्लिम इतिहात महासभा के इस्लाम आजाद के नेतृत्वमें कारवाँ-ए-अमन के कार्यकत्र्ताओं को माला पहनायी गयी तथा पुष्प वर्षा भी की गयी। कानपुर के गोवार टोली में लोक सेवक मण्डल के दीपक मालवीय के नेतृत्वमें जोरदार स्वागत किया गया तथा गोष्ठी भी आयोजित की गयी। जिसे कारवाँ-ए-अमन के केशव अरविन्द मूर्ति, एम.एच.गाॅंधी एवं युगलकिशोरशरण शास्त्री ने सम्बोधित किया। केरल के बच्चों द्वारा एकता गीत प्रस्तुतकिया गया। हरौल गाॅंव में आशा परिवार के अनुज कटियार, धीरज तिवारी, के नेतृत्व में फूलों ेकी माला से अभूतपूर्व स्वागत किया गया तथा गोष्ठी भी आयोजित की गयी। मानवीयशिक्षा संस्कार द्वारा चमनगंज में स्वागत किया गया एवं मानवीय मूल्यों पर चर्चा की गयी।
साम्प्रदायिक सद्भाव एवं मानव एकता कासंदेश देते हुए कारवाँ-ए-अमन देर रात्रि कन्नौज पहुँचा। वहाॅं पर शाहिद अंसारी के नेतृत्व में सभी का स्वागत किया गया। वहँा पर विशाल सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसे कारवाँ-ए-अमन के कार्यकत्र्ताओं सहित युगलकिशोर शरण शास्त्री ने साम्प्रदायिक सद्भाव एवं अस्पृश्यता उन्मूलन के लिए व्याख्यान प्रस्तुत किया।
इन्सान का इन्सान से हो भाईचारा,यही पैगाम हमारा का संदेश देते हए कारवाँ-ए-अमन का काफिला 08दिसम्बर 09 को सायं मैनपुरी पहुँचा। यहाँ पर काफिले का जोशीला स्वागत कियागया। नेलोपा के जिलाध्यक्ष रहमानियाँ पेन्टर तथा अन्य लोगों ने पुष्पमाला पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर काफिले के साथचल रहे केरल प्रान्त के सुप्रसिद्ध सामाजिक कार्यकत्र्ता पी.पी.एम हुसैन की टीम के बच्चों ने शान्ति गीत के सस्वर गायन ने तमाम लोगेां को अमन-चैन एवं भाईचारा के लिएप्रेरित किया। कारवाँ-ए-अमन के संयोजक युगल किशोर शरण शास्त्री ने कहा कि कारवाँ का मुख्य उद्देश्य है धार्मिक कट्टरता, साम्प्रदायिकता,छुआछूत और उँच’-नीच को मिटाने और और सद्भाव,भाईचारा व समता को कायम करना है। इस अवसर पर आशा परिवार के केशव चन्द वैरागी ने कहा कि भारत बहुधर्मी और बहुजातीय लोगों का देश है। यहाँ विभिन्न धर्मों के लोग सदियों से एक साथ रहते आये हैं। भारत ने सदैव वसुधैव कुटुम्बकम कासंदेश दिया है। इस अवसर पर अरविन्द मूर्ति एवं कामरेड एम0एच0गांधी ने भी अपने विचार व्यक्त किये। रात्रिविश्राम खानकाह मस्जिद में हुआ। वहाँ पहुॅंचने पर अब्दुल रहमान चिश्ती ने अपने साथियों के साथ जोरदार स्वागत किया।
अयोध्या सेशान्ति सौहार्द एवं मानव एकता का संदेश देेते हुए कारवाँ-ए-अमन का काफिला आगरा पहुँचा जहाँ सर्वप्रथम प्रेम का प्रतीक ताजमहल को देखने पहुॅंचा। वहाॅं से यह काफिला यूथ हास्टल पहुॅंचा जहाॅं पर महिला शान्ति सेना की अध्यक्षा वत्सला प्रभाकर एवं महामंत्री शीला बहिन ने पुष्पों की वर्षा एवं रोली अछत माथे पर लगाकर स्वागत कियां। उनके साथ में तमाम स्कूली बालिकाएं भी थी जिन्होंनंे स्वागत समारोह को संगीतमय बना दिया। यहाँ पर सभा का भी आयोजन किया गया था। सभा को सम्बोधित करते हुए कारवाँ के संयोजक युगल किशोर शरण शास्त्री ने कहा कि अयोध्या साझी विरासत की नगरी है। यह नगरी जितना हिन्दुओं के लिए पवित्र है उतना ही मुस्लिम,सिक्ख,बौद्ध और जैनियों के लिए भी। इस साझी सोच को विकसित कर पूरे देश में भाई-चारा कायम किया जा सकता है। शास्त्री ने कहा कि यह कारवाँ साम्प्रदायिकता और अस्पृश्यता उन्मूलन के लिए मील का पत्थर साबित हो रहा है। लेागेां का भरपूर समर्थन मिल रहा है। कारवाॅं के साथ चल रहे केरल के बच्चों ने एकता गीत के माध्यम से सभा में उपस्थित लोगो को साम्प्रदायिक सद्भाव एवं मानव एकता के लिए प्रेरित किया। सभा को वत्सला प्रभाकर,अरविन्द मूर्ति, डाॅ0 चन्दनलाल पराशर, इरफान खाॅं, सरदार कुलवन्त सिंह आदि ने सम्बोधित किया।
अयोध्या से शुरू हुई यात्रा 10 दिसम्बर 09 को भरतपुर पहुॅची। जहाँ पर अब्दुल रहीम एवं जाहिद खान के नेतृत्व में बैण्डवालों के साथ हिन्दू और मुस्लिम सभी धर्म के लोगों ने पुष्प माला पहनाकर एवं वर्षा कर गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। वहाँ पर शहर मे मार्च किया गया। पैदल मार्च में कारवाॅं के लोगों ने इन्सान का इन्सान से हो भाईचारा यही पैगाम हमारा के गीत से शहर को गुंजायमान कर दिया। केरल के बच्चो ने अगल बगल के दुकानदारों को हजारों की संख्या में पुस्तक वितरण किया। यहाँ पर जामा मस्जिद प्रांगण में पड़ाव डाला गया। दोपहर दो बजे के पश्चात मस्जिद के प्रांगण मों सभा का आयोजन किया गया। सभा की अध्यक्षता नगर के सभापति सुमन कोहली ने किया। सभा को सम्बोधित करते हुए कारवाँ के संयोजक युगल किशोर शरण शास्त्री ने कहा कि अयोध्या सभी धर्मों का समागम स्थल है कुछ लोग देश की एकता व अखण्डता को खण्डित करने का असफल प्रयास कर रहे हैं। सभा को केशव चन्द, फैसल खाने ने भी सम्बोधित किया। शास्त्री ने पत्रकारों के साथ हुई वार्ता में कहा कि अयोध्या मसला का समाधान न्यायालय के निर्णय पर निर्भर है। आस्था के आधारपर मसला उलझेगा ही। सभा को शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेन्द्र सारस्वत,मोहन तिवारी,कवि मूलचन्द शर्मा, जामा मस्दिज कमेटी के अब्दुल रहीम,केशव चन्द्र वैरागी, फैसल खान,एम.एच.गाॅंधी, संत निरालादास ने भी सम्बोधित किया। यहाँ के जामा मस्जिद की सद्भाव का प्रतीक स्थल माना जाता है। इसे वहाँ के राजा बलवन्त सिंह ने बनाया था।
साम्प्रदायिक सद्भाव व मानव एकता के लिए कारवाँ -ए-अमन यात्रा 11 दिसम्बर 09 को प्रातः 11बजे के आस-पास अपने काफिले के साथ जयपुर शहर में पहुँची। वहाँ पर राम निवास बाग में समाज सेविका कविता श्रीवास्तव,सलीम इंजीनियर के नेतृत्व में शहरवासियों ने भव्य स्वागत किया। यहाॅं से रैली के रूप में यात्रा एम.आई.रोड होते हुए सूचना केन्द्र पहुँची। इस रैली में कारवाँ -ए-अमन के आयोजक एवं राईट लवली हुड से सम्मानित असगर अली इंजीनियर व आयोजक शेषनाथ दूबे भी मौजूद थे। यहाँ पर सार्थक थियेटर समूह की ओर से हत्यारा नामक नाटक का भी मंचन किया गया। सूचना केन्द्र में आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुए असगर अली इंजीनियर ने कहा कि लिब्राहन आयोग की रिपोर्ट पर सरकार को गम्भीरता से कार्यवाही करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 06 दिसम्बर 1992 को बाबरी मस्जिद तोडे जाने की घटना ने देश के परिदृश्य को बदल दिया। कारवाँ -ए-अमन के संयोजक युगल किशोर शरण शास्त्री ने कहा कि यात्रा जहाँ भी गयी वहाँ-वहाँ के लोग अमन चैन के मुरीद बन गये। उन्होंने कहा कि 06 दिसम्बर के दिन उनके लिए प्रलय जैसा था। हमारी यह धारणा ही बदल गयी कि हिन्दू धर्म सहिष्णु होता है। उन्होंने कहा कि जिसमें इन्सानियत है वही सहिष्णु है। संत निरालादास ने कहा कि दलित और पिछडों को मंदिरकी राजनीति से नहीं अपितु भरपेट भोजन की आवश्यकता है। समाज सेविका सरोजखान ने भी गोष्ठी को सम्बोधित किया।
जयपुर मंे दूसरी सभा प्रेस क्लब में आयोजित की गयी। सभा का संचालन कविता श्रीवास्तव ने किया। इस गोष्ठी को असगर अली इंजीनियर,,सलीम इंजीनियर यात्रा के संयोजक युगल किशोर शरण शास्त्री सहित कई लोगो ने सम्बोधित किया। उक्त अवसर पर यात्रा के अन्य आयोजक शेषनाथ दूबे भी मौजूद थे।
12 दिसम्बर 09 को शहर कस्बों में भाईचारा और प्यार मोहब्बत की अलख जगाते हुए कारवाँ -ए-अमन यात्रा अपने काफिले के साथ अजमेर पहुँची जहाँ पर ईसाई,सिक्ख, मुस्लिम,हिन्दू आदि वर्ग के लोगों ने पुष्पवर्षा कर अलग-अलग स्वागत किया। अजमेर शरीफ मंे प्रवेश करते समय ही सोफिया स्कूल के सैकडो बच्चों ने पुष्प वर्षा और रोली लगाकर स्वागत किया। उस समय स्कूल की प्रधानाचार्या भी उपस्थित थी। यहाँ से स्थानीय आयोजक एवं नगर के सुप्रतिष्ठित समाजिक कार्यकत्र्ता अनन्त भटनागर के नेतृत्व में कारवाँ के लोगों ने अमन के नारे लगाते हुए पैदल मार्च किया। जहाँ पर सिक्ख गुरूद्वारा के सामने सिक्खों ने एवं शिव मंदिर के समक्ष हिन्दुआंे ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। तत्पश्चात यात्रा दरगाह पर पहुँची। वहाँपर सैयद लियाकत हुसैन की अगुवाई में पुष्पवर्षा कर जोरदार स्वागत किया गया। कारवाँ-ए-अमन के लोगो को लाल साफा पहनाया गया। पैदल मार्च में असगर अली इंजीनियर,शेषनाथ दूबे,एवं जयपुर के सलीम इंजीनियर भी उपस्थित थे। अजमेर दरगार पर गोष्ठी हुई। तत्पश्चात शहर के प्रसिद्ध स्थल इन्दौर स्टेडियम में पी.यु.सी.इ.एल. के बैनर तले विशाल सेमिनार का आयोजन कियागया जिसे असगर अली इंजीनियर ,जैनदबानों, यात्रा के संयोजक युगल किशोर शरण शास्त्री नेसम्बोधित किया। गोष्ठी का संचालन अनन्तभटनागर, एवं अध्यक्षता डी0एल0त्रिपाठी ने किया। इस वक्त पी.यु.सी.ए. के कार्यकत्र्ता रमेशलालवानी, ओ0पी0रे0 मुकेश गुप्ता, जुल्फिकार चिश्ती ने सभा को स्वागत किया।‘यात्रा में चल रहेे केरल के बच्चों ने देश की एकता व अखण्डता भाईचारा पर आधारित गीतों को गाकर सम्प्ूार्ण वातावरण को अमनमय कर दिया। पी0यु सीएल द्वारा आयोजित सेमिनार में सभी वर्गों के प्रबुद्ध नागरिक बडी संख्या में उपस्थित थे।
सी0एस0एस0एस.,आशा परिवार,अयोध्या की आवाज एवं विश्व युवासद्भावना परिषद के तत्वाधान में एवं सरयूकु´्ज मंदिर के म0 युगलकिशोर शरण शास्त्री के नेतृत्व में कारवाँ-ए-अमन यात्रा के अयोध्या आगमन पर फैजाबाद जनपद में 14 सितम्बर 09 को जगह-जगह जोरदार स्वागत किया गया। जिले की सीमा बरईपारा में सालिकराम एवं गिरीश कुमार के संयोजन में दलित एवं पिछडी जातियों ने फूल माला पहनाकर अमन यात्रियों का जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर रमई राम अध्यापक की अध्यक्षता में गोष्ठी का आयेाजन किया गया। गोष्ठी में युगलकिशोर शरण शास्त्री ने साम्प्रदायिक सद्भाव के लिए लेागों को प्रेरित करते हुए जीजान से अस्पृश्यता उन्मूलन पर भी जुटने का आहवान किया। संचालन गौतम कुमार ने किया। गोष्ठी को कर्मयोगी जी,अफाक विनोद, सालिकराम एवं गिरीश कुमार आदि ने सम्बोधित किया। इस अवसरपर अयोध्या की आवाज के भारती सिंह,मु0तुफैल,गुड्डू, संत निरालादास आदि कई लोग मौजूद थे।
15 दिसम्बर 09 को 2 बजे के पश्चात दलित मिशन से जुडे सियाराम विनोदिया,डाॅ0. अमर मदन, राधेश्याम त्यागी ग्राम प्रध्न, राम सूरत के पहल पर मीठे गाँव में कारवाँ-ए-अमन के स्वागत में जनसभा का आयोजन किया गया।
सभा को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि युगलकिशेार शरण शास्त्री न े कहा कि धर्म मनुष्य को सद्गुण,भाईचारा और मानव एकता की राह दिखलाता है। साम्प्रदायिकता एवं छुआ छूत धर्म का विकृति है,इसे मनुष्य ने अपने क्षुद्र स्वार्थो की पूर्ति के लिए धर्म के साथ जोड़ दिया है। सभा की अध्यक्षता हजारी लाल श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर श्री कृष्णा जी, राम किशोर मास्टर,छोटू विनोद आनन्द,अफाक संत निरालादास आदि ने सम्बोधित कियां सभा का संचालन गौतम कुमार ने किया। सभा के समापन के पश्चात काफिले मंे शामिल लोगों को भोजन कराकर विदा किया गया।
कारवाँा-ए-अमन यात्रा से यह बात समझ में आयी कि अब लोग साम्प्रदायिकता से ऊब चुके है लोग अमन चैन चाहत हैं। इस यात्रा में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 5 लाख से अधिक लोगों तक धर्मनिरपेक्षता का महत्व, मानव एकता, अस्पृश्यता उन्मूलन,भाईचारा एवं अयोध्या की साझी विरासत से अवगत कराया गया।
कारवाँ-ए-अमन यात्रा में कुल 28 लोग शामिल थे। जो केरल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात प्रान्त आदि के मानवाधिकार कार्यकत्र्ता शामिल थे जो लघु भारत का दृश्य उपस्थित कर रहा था। संयोग ही था कि कारवाँ में जितने हिन्दू थे उतनी ही मुस्लिम और जितने ही पुरुष थे उतने ही महिलाओं की संख्या थी। जिससे यह कारवाँ हिन्दू मुस्लिम एकता का सगुन रूप दृष्टिगोचर हो रहा था।
कारवाँ-ए-अमन में संयोजक युगल किशोरशरण शास्त्री सहित 28 लोग निम्न थे - केशव चन्द वैरागी, संत निराला दास, अखिलेश बरनवाल, दीपक, विनोद आनन्द, सूर्य बली यादव, कमर जहाँ बानो, पी0टी.0एफ हुसैन, अनासबीन वासीज, यासीन ए0एस0 सिहावनधीन, सईद, अधीना सुन्दई, सिशीन इब्राहीम, आईसा, अकसाईक केनी, अपीशा,यारसा, कृष्णा, अगनाह विन्थ, फातिमा, साइनावा, कामरेड एम0एच.0गाॅंधी, प्रेम,अरविन्द मूर्ति, युनुस वारसी, आरती सिंह आदि।

युगल किशोर शरण शास्त्री
सरयू कु´ज दूराही कुँआ, अयोध्या
जिला-फैजाबाद, उ0प्र0
मो0. 9451730269

कोई टिप्पणी नहीं:

अपना समय