30 जनवरी 2008

इस अयोध्या को भी जाने !और समझे!

भाजपा राम मंदिर मुद्दे कि तिलांजलि देते हुए फिर से हिंदुत्व पर लौटने कि बात कर रही है .पर राम-राम को जिस जय श्री राम में उसने तब्दील किया है वो साम्प्रदायिक जहर हमारे समाज में बुरी तरह फैल गया है .पंद्रह साल एक लम्बा अरसा होता है .पर अयोध्या का नाम आते ही हमारी स्मृति फिर ताजा हो जाती है .मोदी कि जीत का जो सिलसिला चल रह है वह भी इसी धर्म नगरी से जुड़ा है. फिर से हिंदुत्व कि मुहीम चालू हो चुकी है .फिर से एन डी टी वी रामायण शुरू हो गया है .रामऔर उनके चारो भाई वशिस्ट मुनि के आश्रम पढ़ने को पहुंच गए हैं .और जब २००९ के लोक सभा चुनावों का बिगुल बजेगा तो वहीं एन डी टी वी पर राम राक्षसों के संघार का बिगुल बजायेंगे.ऐसे में तस्वीर साफ हो चुकी है .क्यों कि हमने पिछले रामायण का अनुभव बाबरी विध्वंश में देखा है .

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