06 अक्तूबर 2008

पिछड़ा आदमी

जब सब बोलते थे

वह चुप रहता था,

जब सब चलते थे

जब सब खाने पर टूटते थे

वह अलग बैठा टूँगता रहता था,

जब सब निढाल हो सो जाते थे

वह शून्य में टकटकी लगाए रहता था

लेकिन जब गोली चली

तब सबसे पहले

वही मारा गया।

सर्वेश्वरदयाल सक्सेना

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अपना समय