06 दिसंबर 2009

उत्तर प्रदेश पुलिस ने बिहार से एक और व्यक्ति को उठाया

अध्यक्ष,
राश्ट्ीय मानवाधिकार आयोग,
फरीदकोट हाउस,
कोपरनिकस मार्ग
नई दिल्ली



महोदय,

मानवाधिकार संगठन पीपुल्स यूनियन फार सिविल लिबर्टिज (पीयूसीएल) की ओर से हम आपका ध्यान 11 नवम्बर को संगठन द्वारा आयोग को भेजे गए पत्र की ओर आकृश्ट कराना चाहते हैं। सोनभद्र में चोपन व कनछ के जंगलों में उत्तर प्रदेष पुलिस ने रोहतास बिहार के कमलेष चैधरी को मुठभेड़ में मार गिराने के दावा करने के बाद संगठन ने इसकी जांच षुरू की। इसमें संगठन को पता चला कि कमलेष चैधरी के साथ रोहतास से पुलिस ने चार अन्य व्यक्तियों को भी उठाया गया था। संगठन ने इन व्यक्तियों के नाम पते भी आयोग को लिखे पत्र में भेजे थे। पुलिस ने इनके गिरफ्तारी की पुश्टि आधिकारिक तौर पर नहीं की थी। 15 नवम्बर को रोहतास के पुलिस अधीक्षक विकास वैभव से संगठन को जानकारी मिली की उत्तर प्रदेष पुलिस ने इन चारों व्यक्तियों भुरकुरा निवासी मोतीलाल खरवार, धनवील खरवार, करमा गांव निवासी सुरेन्द्र षाह व भौनासपुर निवासी कामेष्वर यादव को 14 नवम्बर को रिहा कर दिया है और वे अब अपने गांव में हैं।
बिहार पुलिस ने भी इस पूरे मामले में सहयोगात्मक रवैया अपनाते हुए उत्तर प्रदेष पुलिस द्वारा छोड़े गए चारों व्यक्तियों के बयान दर्ज करने की प्रक्रिया भी षुरू कर दी थी। इस बीच भुरकुरा निवासी धनवील खरवार 4 दिसम्बर से गायब बताया जा रहा है। संगठन को आषंका है कि उत्तर प्रदेष पुलिस ने बिहार पुलिस की जांच को प्रभावित करने के लिए धनवील खरवार को फिर से उठा लिया है। क्योंकि इस पूरे मामले में धनवील खरवार अहम गवाह है। मुरारी नाम के व्यक्ति जिसने इन्हें गाड़ी उपलब्ध कराई थी व उसके ड्ाइवर मुनीर सिद्दीकी ने उ प्र पुलिस के कब्जे से छूटने के बाद चिनारी पुलिस को दिए अपने बयान में बताया था कि उनका अपहरण बिहार व उत्तर प्रदेष की सीमा नौबतपुर चेकपोस्ट से आगे की गई थी। उन्होंने यह भी बताया कि यह चारों व्यक्ति कमलेष चैधरी के साथ उसी गाड़ी में थे, जिसका उत्तर प्रदेष पुलिस ने अपहरण किया था। बिहार पुलिस धनवील खरवार का बयान भी दर्ज करने वाली थी। इससे पहले उसका गायब हो जाना संदिग्ध है। संगठन को आंषका है कि इस पूरे मामले को प्रभावित करने की कोषिष की जा रही है।
ऐसे में हम आयोग से निवेदन करते हैं कि इस पूरे मामले व धनवील खरवार के गायब होने की निश्पक्ष जांच की जाए। साथ ही उत्तर प्रदेष पुलिस से धनवील खरवार के गायब होने के संबंध में पूछताछ भी की जाए। हम आयोग से निवेदन करते हैं कि वह उत्तर प्रदेष में लोकतांत्रिक माहौल के निर्माण में संगठन की मदद करें।

निवेदक-

चितरंजन सिंह, एस आर दारापुरी, संदीप पाण्डेय, सीमा आजाद, विकास शाक्य, राजीव यादव, बलवंत यादव, विजय प्रताप, ऋशि कुमार सिंह।

पीपुल्स यूनियन फार सिविल लिबर्टिज (पीयूसीएल), उत्तर प्रदेश

कोई टिप्पणी नहीं:

अपना समय