नैनी जेल में विभिन्न फर्जी आरोपों में बन्द अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के नेताओं ने, महान देशभक्त क्रांतिकारी चन्द्रशेखर आजाद का 80 वां शहादत दिवस जेल के अन्दर ही मानाने का निर्णय लिया है. ये सभी लोग 27 फरवरी, 2010 को सुबह 11 बजे जेल में चन्द्रशेखर आजाद को याद कर आज़ादी की हत्या करने वाली सरकार को करार जवाब देंगे । अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा ने एक हस्ताक्षरित ज्ञापन में नैनी जेल के जेलर से इसकी अनुमति देने, इसकी सूचना सभी कैदियों को देने, एक माईक की व्यवस्था करने और बाहर से एक वक्ता को बुलाने देने की अनुमति देने की मांग की है।
ए0आई0के0एम0एस0 नेताओं ने यह भी निवेदन किया है कि सभी बन्दियों को आजाद पार्क इलाहाबाद में स्थित चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा का माल्यार्पण करने के लिए भेजने का प्रबन्ध भी किया जाए। अगर सभी के लिए यह व्यवस्था न हो सके तो 23 कैदियों को, जो शहादत के समय चन्द्रशेखर की उम्र थी, भेजा जाए।
अगर इसकी अनुमति नहीं दी गयी तो नेता स्वयं इस शहादत को मनाएंगे और चर्चा संगठित करके बताएंगे कि कैसे यह बहादुर नौजवान देश की विदेशी लूट से आजादी के लिए लड़े थे और कैसे कांग्रेस ने धोखा देकर अंग्रेजी पूंजी को तो देश में बनाए रखा, साथ में अन्य साम्राज्यवादियों की पूंजी को भी बड़े पैमाने पर आमंत्रित किया ताकि वो भारत के सस्ते संसाधनों को, सस्ते श्रम को और बाजारों में अपनी लूट बढ़ा सकें। पत्र लिखने वाले हैं ए0आई0के0एम0एस0 कौशाम्बी अध्यक्ष कामरेड रामलाल भारतीया तथा कामरेड मैकूलाल निषाद, गोरेलाल निषाद, श्यामसुन्दर निषाद और कल्लू।
सुरेश चन्द्र
महासचिव, ए0आई0के0एम0एस0
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