09 मार्च 2010

बसपा विधायक के दबाव में नहीं दर्ज हुयी एफआईआर

मसीहुद्दीन संजरी
आजमगढ़ में बसपा विधायक के नाम पर जमीन खाली करने की धमकी मामले में तीन दिन बीत जाने के बाद अब तक एफआईआर नहीं दर्ज किया गया। जान से मारने की धमकी देने वालों को न गिरफ्तार किया गया और न ही अधिक्ता विनोद यादव को कोई सुरक्षा प्रदान की गयी। पीड़ित अधिवक्ता विनोद यादव ने पूरे मामले से बार काउंसिल ऑफ यूपी को अवगत कराया है। इस पूरे मामले पर सामाजिक और मानवाधिकार संगठनों ने तीखा विरोध व्यक्त किया है कि पूरा प्रशासन विधायक के मातहत काम कर रहा है। एफआईआर दर्ज न करना और न गिरफ्तारी करना प्रशासनिक गैरजवाबदेही को दर्शाता है।

वरिष्ठ मानवाधिकार नेता और पीयूसीएल के राष्ट्ीय सचिव चितरंजन सिंह ने कहा कि बसपा राज में आम लोगों की बात तो दूर अब अधिवक्ता भी सुरक्षित नहीं हैं। अधिवक्ता विनोद यादव को तीन दिनों से एफआईआर दर्ज करने के नाम पर पुलिस-प्रशासन द्वारा गुमराह किया जा रहा है। गौरतलब है कि पीयूसीएल के संगठन मंत्री राजीव यादव की जमीन पर बसपा विधायक अंगद यावव का हवाला देकर जमीन कब्जा करने वालों ने छ मार्च की शाम राजीव के भाई विनोद यादव के कोमल कालोनी स्थित आवास पर हमला बोल दिया। यह घटना तब हुयी जब विनोद यादव ने एसएसपी-डीएम समेत जिले के सभी आला अधिकारियों से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज करा चुके थे। विनोद यादव ने कहा कि रामनयन यादव और हरिओम ने उन्हें शाम को फिर फोन किया और कहा कि दरोगा-पुलिस हमारे साथ हैं लो दरोगा जी से बात करो। इसके थोड़ी ही देर बाद हरिओम नाम का व्यक्ति तीन दुपहिया गाड़ियों के साथ विनोद यादव के घर हमला बोल दिया। विनोद यादव पूरे परिवार समेत घर में छुप गए। विनोद ने बताया कि हरिओम गाली देते हुए कह रहा था कि जमीन तो भूल जाओ अगर कल शाम तक तीन लाख रुपए रामनयन यादव को अंगद यादव के आवास पर नहीं दिया तो पूरे परिवार को मार देंगे।

इसकी सूचना पीयूसीएल के प्रदेश संगठन मंत्री शाहनवाज आलम ने एसएसपी भगवान स्वरुप और सिधारी थानाध्यक्ष शिवशंकर सिंह को दी और कहा कि विनोद यादव और उनके पूरे परिवार को तत्काल सुरक्षा दी जाय। एसएसपी भगवान स्वरुप ने सुरक्षा का आश्वासन देते हुए कार्यवायी करने की बात कही तो वहीं शिव शंकर सिंह ने तत्काल विनोद के घर जाने की बात कही। लेकिन विनोद यादव ने बताया कि अब तक उनसे शिव शंकर सिंह नहीं मिले और थाने जाने पर कभी कहतें हैं कि सुबह आओ तो कभी शाम।

प्रगतिशील अधिवक्ता मंच के प्रभारी राघवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि अधिवक्ता विनोद यादव के उत्पीड़न को कत्तई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस घटना के बाबत प्रदेश के दूसरे अधिवक्ता संगठनों से बातचीत हुयी है। इस पर प्रदेश व्यापी आंदोलन होगा। भारतीय समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष चंद्रजीत राजभर ने कहा कि जिले में लगातार जमीन विवाद को लेकर हत्याएं हो रही हैं। तो वहीं विनोद यादव को जान से मारने की धमकी देने वालों पर एफआईआर नहीं दर्ज करना बताता है कि नेता ही नहीं पुलिस भी धंधेबाजी कर रही है। नेशनल लोकतांत्रिक पार्टी के जिला अध्यक्ष हीरामन यादव ने कहा कि कानून व्यवस्था के नाम पर सत्ता में आए हाथी के महावत अब बेकाबू हो चले हैं। हम इस मुदद्े को लेकर पूरे पूर्वांचल में सरकार का पोल खोलेंगे। (जनसत्ता)

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