03 मई 2010

जनहित याचिका के लिए सुझाव दें किसान- पीयूसीएल

अगलगी में हुए नुकासान के मूल्यांकन के लिए पीयूसीएल ने जारी किया संकलन पत्र
मानवाधिकार संगठन पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज ;पीयूसीएलद्ध ने आजमगढ़ में अगलगी और उससे होने वाले नुकसान का तथ्यात्मक संकलन पत्र आम जनता में जारी किया है। संगठन ने मोबाइल नंबर 09455571488, 09452800752, 09935492703, 09450476417 जारी करते हुए कहा है कि जिन किसानों की फसलें, अशियानें, मवेशी आग में जल गए हैं वे इन नंबरों अथवा पीयूसीएल के कैम्प कार्यालय कोमल कालोनी पल्हनी और संजरपुर से फार्म प्राप्त कर संगठन को सूचित करें।
पीयूसीएल प्रभारी मसीहुद्ीन संजरी और विनोद यादव ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि पीयूसएल आजमगढ़ में हुयी अगलगी को आधार बनाकर पूरे यूपी में हुयी अगलगी पर जनहित याचिका करने जा रहा है। याचिका के लिए तथ्यात्मक संकलन के लिए इस फार्म को गांव-गांव जाकर वितरित किया जा रहा है जिससे नुकसान हुयी सम्पत्ति का सही मूल्यांकन हो सके। पीयूसील नेता तारिक शफीक ने कहा कि हम आगामी दिनों में ब्लाक व तहसील स्तर पर कैंप लगाएंगे जिससे जिन इलाकों तक हम नहीं पहुंच पाएंगे उनके भी नुकसान का तथ्यात्मक संकलन हो सकेगा। पीयूसीएल द्वारा दायर की जाने वाली जनहित याचिका के लिए जो भी सुझाव व शिकायतें हों उन्हें हमारे नम्बरों और कैंप कार्यालय पर देने की कोशिश किसान करें। जिससे हमारी जनहित याचिका और मजबूती के साथ कोर्ट में दायर हो सके।

द्वारा जारी
तारिक शफीक
राज्य कार्यकारिणी सदस्य पीयूसीएल
मो0- 09935492703

पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज पीयूसीएल
अगलगी और उससे होने वाले नुकसान का तथ्यात्मक संकलन पत्र

भूस्वामी का नाम-

पता-ग्राम/मोहल्ला-                                        ब्लाक-
तहसील                                                          थाना-                                                                                    पोस्ट आफिस-                                                   जिला-                                                                                       पिन-                                                               प्रदेश-
आग से प्रभावित सम्पत्ति का ब्योरा-
आग में मरने/घायल हाने वाले मवेशियों की संख्या-
आग में मरने/घायल होने वाले व्यक्तियों की संख्या-
आग लगने का कारण-
ग्रामसभा/ब्लाक/तहसील/थाना/जिला स्तर पर दी गयी सूचना तथा आश्वासन-
विगत में आपके साथ ऐसी कोई घटना हो चुकी है-
यदि हां तो सरकारी राहत की प्राप्ति का विवरण-
खेती के अतिरिक्त आय का कोई वैकल्पिक स्रोत-
क्या आपने कोई कृषि ऋण लिया है?-
क्या आपको गत वर्ष सूखा राहत का अनुदान प्राप्त हुआ?-
अन्य-
दिनांक-
भूस्वामी/परिजन के हस्तक्षर        जांचकर्ता के हस्ताक्षर

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