12 जुलाई 2011

साजिद हिंदी और उर्दू के बीच कड़ी थे- JUCS

वरिष्ठ पत्रकार साजिद रशीद के असामयिक निधन पर जर्नलिस्ट यूनियन फॉर सिविल सोसाइटी (JUCS) ने शोक व्यक्त करते हुए इसे पत्रकारिता जगत के लिए बड़ी क्षति कहा। जेयूसीएस ने साजिद रशीद को श्रद्धांजली देते हुए कहा कि वे मौजूदा दौर में उर्दू और हिंदी के बीच के कड़ी थे। जिन्होंने अपनी पत्रकारिता में ऐक्टिवीजम को जिंदा रखा था। जेयूसीएस द्वारा समय-समय पर चलाए गए सांप्रदायिकता विरोधी अभियानों को साजिद रशीद ने न सिर्फ अपने अखबार सहाफत के जरिए पूरे मुल्क में पहुंचाया बल्कि ऐसे अभियानों में वे सदैव प्रेरणाश्रोत रहे।
धर्मनिरपेक्ष मूल्यों वाले साजिद रशीद का जाना एक बड़ी क्षति है। साजिद ने सदैव पत्रकारिता और उसके मूल्यों को और बेहतर और सुचारु रुप से चलाने के लिए जेयूसीएस के मीडिया मानिटरिंग सेल का साथ दिया और अयोध्या फैसले जैसे महत्वपूर्ण फैसलों का सवाल रहा हो या फिर अन्य कोई ऐसा सवाल जो देश को विभाजित करने की धमकी देता हो उसमें हमारा समय-समय पर प्रोत्साहन किया। जेयूसीएस ने अपने निर्माण की सीमित वर्षों में साजिद रशीद जैसे पत्रकारों के सहयोग और प्रोत्साहन के जरिए ऐसे अभियान चलाए थे, अब भविष्य में ऐसे अभियानों में साजिद रशीद की कमी खलेगी।
जर्नलिस्ट यूनियन फॉर सिविल सोसाइटी (JUCS) द्वारा जारी।

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