05 फ़रवरी 2008

आइये रूबरू होते हैं 'आतंकवादी' तारिक से

यूपी के तीन शहरों की कचहरियों में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद पूरे प्रदेश में आतंक का माहौल व्याप्त है.पर यह माहौल आतंकियों द्वारा बरपाए आतंक से कम पुलिसिया कार्यप्रणाली से ज्यादा है.यह आतंक मुस्लिम समुदाय में एस कदर घर कर गया है कि वह घर से निकलने में भी डर रहा है कि कब पुलिस आतंकी कह उठा ले या इन्कौन्टर कर दे।
गौरतलब है कि पुलिस हकीम मुहम्मद तारिक कासमी को २३ दिसम्बर को बाराबंकी रेलवे स्टेशन से भारी मात्रा में आर डी एक्स व असलहों के साथ गिरफ्तार करने का दावा कर रही है.पुलिस का मानना है की तारिक कचहरी बम धमाकों के अलावा देश में कई स्थानों पर हुई आतंकी कार्यवाहियों का मास्टर माइंड था.पुलिस ने तारिक को हरकत उल जेहाद-ए-इस्लामी (हूजी)का आतंकी बताते हुए कहा है कि हाल में हुए हैदराबाद बम धमाकों में भी वह शामिल था और अब उसके निशाने पर गेटवे आफ इंडिया,ओबराय होटल,ताज महल समेत कई प्रमुख राजनीतिक हस्तियाँ थी।
पर तारिक के गृह जनपद आजमगढ़ के हालात कुछ और ही बात सामने ला रहें हैं.यहाँ तारिक के अपहरण को लेकर १२ दिसम्बर से ही माहौल गर्म है.थाना रानी की सराय में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज है.तारिक को खोजने के लिए विशेष जांच दल की टीम पुलिस ने गठित कर जिले के सभी थानों पर उसके लापता होने के पोस्टर चिपकाए गए हैं.तारिक कि पत्नी आयशा का कहना है कि १२दिसम्बर् को जब तारिक दिन में एक बजे तबलीगी जमात के इज्जतेमा में जा रहा था तभी बोलेरो सवार अपहरण कर्तावों ने उसे रास्ते से उठा लिया था.अपहरण के वक्त आस-पास के लोगों के विरोध करने पर उन लोगों ने कहा कि मौलाना साहब रिसिया गए हैं हम उन्हें घर ले जा रहे हैं .देर शाम तक शौहर के न आने पर हमनें पुलिस को इन्तला किया.पुलिस ने हमको बार-बार यह तसल्ली दी कि हम ही तारिक को खोज निकालेंगे.पर हमें क्या मालूम था कि पुलिस मेरे शौहर को फांसी का फन्दा पहनाने की फिराक में है.आयशा यह भी बताती हैं कि पुलिस ने उनसे सादे कागज पर दस्तखत करवाया व खोजने के नाम पर उनकी मोबाइल समेत तारिक कि ढेर सारी हकीमी किताबों को लेकर चली गयी।
तारिक प्रकरण की गुत्थी में पुलिस फसती नज़र आ रही है.तमाम राजनैतिक व मानवाधिकार संगठनों ने इस बात को खोलकर सामने लाया है कि अगर तारिक आंतकवादी था तो एस टी एफ ने उसे आजमगढ़ से उठाने के बाद बाराबंकी रेलवे स्टेशन से विस्फोटक के साथ क्यों गिरफ्तार दिखाया. (जारी)

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