22 अप्रैल 2010

खेतों में आगलागी पर आजमगढ़ के आधार पर यु पी में पी यु सी एल करेगा जनहित याचिका

खेतों में अगलगी पर पीयूसीएल करेगा जनहित याचिका
प्रति बीघा बीस हजार मुआवजा दे सरकार- पीयूसीएल
फसल बीमा पर सरकार स्थिति स्पष्ट करे- पीयूसीएल

मानवाधिकार संगठन पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज ने खेतों में लग रही आग और सरकारी संवेदनहीनता पर कलेक्ट्ेट स्थित रिक्सा स्टैंड पर बैठक की। जली हुयी फसलों के मुद्दे पर आजमगढ़ के आधार पर पूरे प्रदेश स्तर पर जांच की मांग और मुआवजे के लिए पीयूसीएल जनहित याचिका दायर करेगा।
पीयूसीएल के राष्ट्ीय सचिव चितरंजन सिंह ने कहा कि सालों-साल से फसलों में लग रही आग पर सरकार के पास कोई नीति न होना गंभीर ंिचंता का विषय है। किसानों के प्रति इस जनविरोधी सलूक के खिलाफ पीयूसीएल मुआवजे और दोषियों पर कार्यवायी के लिए जनहित याचिका दायर करेगा। कई जगहों पर किसान दाने-दाने को मोहताज है। इन हालात में पीयूसीएल प्रति बीघा फसल के जलने पर बीस हजार रुपए मुआवजे की मांग करता है। वरिष्ठ वामपंथी नेता हरिमंदिर पांडे ने कहा कि नब्बे फीसदी फसल विद्युत स्पार्किंग की वजह से जली है। फसल बीमा का हो-हल्ला मचाने वाली सरकार बताए कि उसने इस पर क्या किया। सरकार को मड़ई वालों के प्रति कोई संवेदना नहीं हैं। उन्होंने कहा कि राजनैतिक-सामाजिक आग को तेज किए बगैर फसलों की यह आग नहीं बुझेगी। तो वहीं तेज बहादुर यादव ने कहा कि इसे जनांदोलन बनाने के लिए सामाजिक-राजनैतिक संगठनों को एक मंच पर आने की आवश्यकता है, जिससे एक नए विदर्भ और बुदेलखंड को बनने से रोका जा सके।
बैठक को तारिक शफीक, विनोद यादव, शफीक एडवोकेट, राजीव यादव, सुजीत भूषण, अजय गौतम, चंद्रजीत राजभर, कामिल हसन और दिनेश सिंह ने संबोधित किया। बीस अपै्रल को अगलगी के मुद्दे पर जिलाधिकारी से वार्ता करने का निर्णय लिया गया। बैठक में अब्दुलाह एडवोकेट, जीतेंद्र एडवोकेट, गुलाम अंबिया, अंशू माला सिंह, पीयुष बरनवाल, धीरेंद्र सिंह, अवधेश यादव, उस्मान अहमद, विनय श्रीवास्तव, राजेंद्र यादव, ज्ञान चंद्र पांडे, सौरभ श्रीवास्तव, श्याम लाल, लालजीत यादव आदि उपस्थित थे। बैठक का संचालन पीयूसीएल प्रभारी मसीहुद्दीन संजरी ने किया।

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