जर्नलिस्ट यूनियन फॉर सिविल सोसाईटी (JUCS) के प्रभारी शाह आलम का कहना है कि “इस मसले पर सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेंकी जा रही हैं। कोई पाक-साफ नहीं है और अवाम को सिर्फ बेवकूफ बनाया जा रहा है। अगर ऐसा ही होता रहा तो लोगों का न्यायपालिका, संविधान और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र से विश्वास उठ जाएगा।”
नेशनल एलायंस ऑफ पीपुल्स मुवमेंट (NAPM) के दिल्ली प्रदेश संयोजक फैसल खान ने कहा कि “सरकार ने पीड़ितों के साथ मज़ाक किया है। उन्हें न्याय मिलना ही चाहिए। साथ ही हम मुस्लिम संगठनों से भी अनुरोध करेंगे कि वो इस मसले पर खुलकर सामने आएं।”
वहीं सूचना अधिकार पर कार्य करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अफरोज़ आलम ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि “डाओ केमिकल्स ने एक लाख रूपये का चंदा भारतीय जनता पार्टी को वित्तीय वर्ष 2006-07 में सिटी बैंक के ड्राफ्ट नंबर- 9189 के ज़रिए किया था। डाओ केमिकल्स से चंदा लेने का मुद्दा सामने आने के बाद भाजपा के लिए भोपाल गैस पीड़ितों के मुद्दे को ज़ोरदार ढ़ंग से उठाना और कांग्रेस को इस मुद्दे पर घेरना आसान नहीं रह गया है।” साथ ही इस अवसर पर “युवा कोशिश” ने यह ऐलान किया कि देश में होने वाले हर नाइंसाफी के विरूद्ध युवाओं को आगे आना चाहिए और बहुत बटला हाउस एनकाउंटर मामले में इंसाफ के लिए एक देश व्यापी अभियान चलाएंगे।द्वारा जारी
ऋषि कुमार सिंह, अवनीश कुमार राय, नवीन कुमार,शाह आलम, अली अख्तर, मुकेश चौरासे, राघवेंद्र प्रताप सिंह, शाहनवाज आलम, राजीव यादव , चंदन शर्मा, अंशुमाला सिंह, सीत मिश्रा, राजलक्ष्मी शर्मा , दीपक राव,अभिषेक रंजन सिंह, अरुण कुमार उरांव, प्रबुद्ध गौतम, अर्चना महतो, विवेक मिश्रा, रवि राव, प्रिया मिश्रा, राकेश, लक्ष्मण प्रसाद, अनिल, देवाशीष प्रसून, चंद्रिका, संदीप, ओम नागर, श्वेता सिंह, अलका देवी, नाज़िया, पंकज उपाध्याय, तारिक़, मसीहुद्दीन संजरी, व अन्य।
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