25 जनवरी 2010

माघ मेले से कश्मीरी व्यापारियों को भगाए जाने की जाँच शुरू

इलाहाबाद के माघ मेले से कश्मीरी उनी वस्त्र व्यापारियों को भगाए जाने के मामले में स्थानीय पुलिस ने जाँच शुरू कर दी है. इलाहबाद पुलिस ने पीपुल्स यूनियन फाॅर सिविल लिबर्टिज (पीयूसीएल) के नेताओं को फोन कर इस मामले की जानकारी मांगी है.
इलाहाबाद के संगम पर प्रतिवर्ष लगाने वाले माघ मेले में पूरे देश से लोग आते हैं। इसमें श्रद्धालुओं के साथ बड़ी संख्या में व्यापारी भी शामिल होते हैं। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी माघ मेले में कश्मीर से उनी वस्त्र बेचने वाले व्यापारियों का एक जत्था इलाहाबाद आया था। मेले के ही एक ठेकेदार ने कश्मीरी लोगों को विदेशी बताते उनकी न केवल दुकाने उलट-पुलट बल्कि उन्हें तुरंत मेला छोड़ देने की धमकी भी दी। डरे कश्मीरी व्यापारियों ने प्रशासन को अपनी समस्या से अवगत कराया लेकिन उस पर ध्यान नहीं दिया गया। किसी तरह की सुरक्षा नहीं मिलने के बाद कश्मीरी व्यापारी वापस चले गए। "कश्मीर से कन्याकुमारी एक है", "भारत एक है" जैसे एकता का नारा लगाने वाले इस देश में उसी देश के नागरिकों के साथ ऐसा व्याहार होने के मामले को पीयूसीएल ने प्रदेश के आला अधिकारियों को भी अवगत कराया। नई पीढ़ी ब्लाॅग प्रकाशित खबर को उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री, सचिव व पुलिस प्रमुख व मानवाधिकार आयोग को भी भेजा गया। जाँच की प्रगति के बारे में आप और अधिक जानकारी इलाहाबाद के इन पुलिस अधिकारिओं से हासिल कर सकते हैं.

संजय यादव - 0532 2102161
सच्चिदानंद यादव - 09838076680

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